अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज: सरकार की अनदेखी ने स्वास्थ्य सेवाओं को किया पटरी से बाहर
ALMODA: अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज आज दुर्दशा से जूझ रहा है। सरकार की घोषणाओं के बावजूद अस्पताल में मरीजों को सुविधाएं मुहैया नहीं हो पा रही हैं। इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता संजय पाण्डे का कहना है कि डॉक्टरों की भारी कमी है जिस कारण आवश्यक सेवाएं ठप पड़ी हैं।

सामाजिक कार्यकर्ता
जानकारी देते हुए श्री पांडे ने बताया कि विशेषज्ञ डॉक्टरों की अनुपस्थिति से मरीजों को हल्द्वानी या अन्य दूरस्थ स्थानों पर रेफर किया जा रहा है,जबकि न्यूरोसर्जन, हृदय रोग विशेषज्ञ, और रेडियोलॉजिस्ट की स्थायी नियुक्ति अब तक नहीं हुई है।लेप्रोस्कोपिक सर्जरी तीन महीने से बंद है, जिससे मरीज परेशान हैं। कोविड के समय लगाए गए ऑक्सीजन प्लांट में बूस्टर उपकरण की कमी के चलते ऑक्सीजन सिलेंडरों की रिफिलिंग बाहरी स्थानों पर हो रही है।
मेडिकल कॉलेज होने के बावजूद भी यहां मेडिकल छात्रों की पढ़ाई और प्रशिक्षण सुविधाओं की कमी से बाधित हो रही है, जिससे उनके भविष्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता संजय पाण्डे ने बताया कि उनके द्वारा इन सुविधाओं को लेकर मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में भी शिकायत दर्ज कराई गई है।
उन्होंने कहा कि उपरोक्त सभी समस्याओं का जल्द से जल्द निराकरण करना चाहिए ताकि मरीजों को इसका लाभ मिल सके।